लखनऊ


 दोस्तों आज मैं हाजिर हूं लखनऊ से संबंधित जानकारी के साथ भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाला राज्य उत्तर प्रदेश है ।
इसकी राजधानी लखनऊ है यहां के चिकन की कढ़ाई अपनी खास संस्कृति और नजाकत के लिए लखनऊ प्रसिद्ध है ।
यहां पर लखनऊ मंडल का प्रशासनिक कार्यालय भी है ।दशहरी आम के बगीचे के लिए लखनऊ पूरी दुनिया में जाना जाता है ।शहर के बीच गोमती नदी बहती है ।यहां के लखनवी अंदाज जेहन में आते ही सब कुछ आंखों के सामने तैरने लगता है ।हमारे लखनऊ पहुंचते ही हमने यहां पर जीवंत का आर्थिक विकास को देखा ज्यादातर लोग हिंदी या उर्दू बोलते हैं यदि नवाबों के शहर के बारे में कोई पूछे तो चौकीए मत वह लखनऊ ही है ।इससे पहले वह  स्वर्ण नगर और शिराजे हिंद के नाम से जाना जाता था परंपरागत व्यापार परंपरानुसार लखनवी आम अनाज की मंडी रही है ।लखनवी चिकन व्यापार के लिए भी प्रसिद्ध है गन्ने और चीनी की मिले निकट स्थित है। खासकर बॉलीवुड और विदेशी मुद्रा को इसने बहुत प्रभावित किया है। चिकन और जरदोजी दोनों ही भरपूर विदेशी मुद्रा कमाते हैं ।गन्ने और चीनी की मिले निकट में ही स्थित है ।एशिया की प्रथम 1944 में स्थापित मिल मोहन मेकिन्स इकाई यहां पर लगाई गई थी घूमने की जगह है ।

 बड़ा इमामबाड़ा


बड़ा इमामबाड़ा यानी भूल भुलैया जिसका नाम अक्सर आपने सुना होगा इससे  आसिफ उद दौला ने बनाया था ।इसमें 1000 से अधिक छोटे-छोटे रास्तों का जाल है जिसमें से कुछ सिरे बंद है जबकि कुछ अन्य सिरे खुले रास्ते से बाहर निकलने वाले रास्तों पर बंद होते हैं ।
कैसे पहुंचे -यहां से नियरेस्ट हवाई अड्डा अमौसी हवाई अड्डा है तथा पास का रेलवे स्टेशन चारबाग रेलवे स्टेशन और ऐशबाग रेलवे स्टेशन।

   बाबडी

 मंजिला इमामबाड़े की तरह संरचना जिसकी दो तालों को छोड़कर शेष तल पानी के अंदर साल भर डुबी रहती है ।

 रूमी दरवाजा

 -लखनऊ के पर्यटन के दौरान हम रूमी दरवाजे तक गए लखनऊ के हाथ दरवाजा विश्व पटल पर अलग पहचान रखता है ।यह दरवाजा जनपद लखनऊ का हस्ताक्षर शिल्प भवन है 18 वीं सदी में बनाए गए इस तरह के दरवाजे आम हो गए ।

  घड़ी मीनार

लखनऊ के दर्शनीय स्थल क्लॉक टॉवर यानी घंटाघर भी काफी प्रसिद्ध है 221 फुट ऊंचा यहां टॉवर जिसका पेंडुलम 14 फुट लंबा है पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है।

  हाथी पार्क

यदि आप लखनऊ आते हैं तो हाथी पार्क जाना ना भूलिएगा आप यहां विभिन्न प्रकार के खूबसूरत झूलों वोटिंग और हंसी के फव्वारे का लुत्फ ले सकते हैं हंसी का फुहारा ऐसी आईने होती है जिनमें अपनी शक्ल टेढ़ी-मेढ़ी दिखाई देने लगती है जिससे काफी हंसी आती है ।

दीनदयाल पार्क

यह पार का चारबाग रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर है जिसमें नित नए खेल तमाशे होते रहते हैं हमारा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा कमेंट बॉक्स में जरुर कमेंट करें और अपने सुझाव या मन में कोई प्रश्न हो जरूर शेयर करें

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